दंतेवाड़ा, 05 सितंबर 2024। गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्मा, तस्मै श्री गुरुवे नमः अर्थात गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही शिव है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं। प्राचीन शास्त्रों में वर्णित इस उक्ति का महत्व आज भी प्रासंगिक हैं, इस क्रम में आज जिला पंचायत के सभा कक्ष में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए क्षेत्र के विधायक श्री चैतराम अटामी ने शिक्षक दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्ण के जन्म दिवस के अवसर पर ही पूरे भारतवर्ष में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षाविद होने के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी बहुत अहम भूमिका रही है। आज हमने जो भी उपलब्धि हासिल किया है वह एक शिक्षक के ही बदौलत ही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज शिक्षकों का सम्मान किया जा रहा है अगर समाज को सही दिशा में ले जाने और सही मार्ग दिखाने का अगर कोई कार्य करता है वह एक शिक्षक ही है। शिक्षा के जरिये ही देश और समाज का विकास की ओर उन्मुख किया जा सकता है। इस दिशा में शिक्षकों की अहम भूमिका है, जो बच्चों को ज्ञान देने के साथ ही उन्हें संस्कारवान बनाते हैं। इस पिछड़े अंचल के हर गांव के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिये शिक्षकों के साथ ही हम सभी को सहभागिता निभाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित समस्त शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी ने भी उपस्थित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं से पढ़े दंतेवाड़ा, लिखे दंतेवाड़ा, विनोबा एप और बाल मित्र योजनाओं के संबंध में शिक्षकों से इसकी उपयोगिता के बारे में जानना चाहा। और उनसे आग्रह किया कि वे शाला त्यागी बच्चों को पूनःष्षालाओं में वापस लाने हेतु प्रयास करने के साथ-साथ पालकों की बैठक निरंतर लेते रहें। इस दौरान शिक्षकों ने भी बच्चों के शिक्षा संबंधी नवाचार गतिविधियों की जानकारियां साझा किया।
शिक्षा दूत पुरस्कार के अन्तर्गत 12 तथा ज्ञान दीप पुरस्कार से 2 शिक्षक हुए सम्मानित-
समारोह के दौरान शिक्षा दूत पुरस्कार के तहत 12 शिक्षक सम्मान हुए इसमें श्री महादेव मरकाम, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला पटेल पारा, श्री प्रशांत तिर्की, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला तोयलंका श्री उमलेश कुमार उईके, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कड़तीपारा श्रीमती अनिता वेक, सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला कारली, श्रीमती गीता देवांगन, सहायक शिक्षक बालक आश्रम शाला बारसूर श्री मुकेश रैकवार,प्रधान पाठक प्राथमिक शाला पेरपा, श्रीमती प्रेमलता साहू,प्रधान पाठक प्राथमिक शाला नकुलनार श्रीमती प्रतिमा वानखेड़े, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला दोरीरास, श्री मनोज सिंह राठौर, सहायक शिक्षक एलबी मांझीपारा बेंगलूर श्रीमती सुमन चौधरी,सहायक शिक्षक एलबी पोटाकेबिन बेंगलूर श्रीमती शशिकला पोयाम, प्रधान पाठक बालक आश्रम शाला तेलम श्री विजय कुंजाम के नाम ष्षामिल है जिन्हें 5-5 हजार रूपये पुरस्कार राशि दिया गया। इसी तरह जिला स्तरीय प्राथमिक शाला ज्ञानदीप पुरस्कार अन्तर्गत शिक्षक माध्यमिक शाला टेकनार श्रीमति सुनीता देशमुख तथा शिक्षक उच्चतर माध्यमिक शाला कड़तीपारा श्रीमती राजकुमारी सिंह को 7-7 हजार रूपये की पुरस्कार राशि दिया गया। कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता भास्कर, जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, एसडीएम श्री जयंत नाहटा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस. के.अम्बस्ता, डीएमसी श्री श्याम लाल शोरी सहित अन्य अधिकारी, शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।